उत्साह, ज्ञान, खुलापन
मेरा नाम Agnieszka Staszczyk है। कई वर्षों से मेरा उत्साह और व्यावसायिक गतिविधि का मुख्य क्षेत्र भारत ही है जो बहुभाषी, बहुसांस्कृतिक और बहुविश्वास का देश है। भारत ही यही जगह था, जहां मैं पहली बार एहसास हुई कि यही तरह जिससे हम अन्य लोगों से बात करते हैं, ज़्यादा महत्वपूर्ण है, खासकर उन लोगों से, जो हमारी तुलना में किसी बिलकुल अलग संस्कृति में पाले हुए थे। ज़ाहिर है कि इस संचार करने में िवदेशी भाषाओं का ज्ञान सहायक है, क्योंकि भाषा सीखने के साथ हम संस्कृति की गहरी अभिज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य तत्व यहाँ भी हैं, ज़रूर। इसलिए मैंने नई योग्यता और अन्य संस्कृतियों की बेहतर समझ पाने के लिए अंतरसांस्कृतिक संचार में रुचि ले ली है। ऐसे अंतरसांस्कृतिक संपर्क में सही दृष्टिकोण ज़ाहिर है - खुलापन, सम्मान, विविधता की स्वीकृति, साथ ही संवेदनशीलता सांस्कृतिक अंतर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, शिक्षा में लोगों के साथ काम करते हुए, मैं पूरी कोशिश करती हूँ, अपने ज्ञान और अनुभव फैलाने के लिए।
शिक्षा
मेरी भारतीय संस्कृति की अभिरुचि Jagiellonian University in Krakow में, १९९७ में शुरू हुई। सबसे पहले मैं Institute of Oriental Studies में एम.ए. डिग्री के लिए पढ़ती थी, भारतीय संस्कृति और भाषाओं के लिए। भारत के लिए मेरी पहली यात्रा के बाद, भारतीय कला की अधिकता से प्रेतित होकर, मैंने पूरक अध्ययन का फ़ैसला किया Jagiellonian University के Institute of Art History में। उसके बाद मैंने Nicolaus Copernicus University in Toruń में पी. एच. डी. की पढ़ाई शुरू कर दी। इसी डिग्री प्राप्त करने के बाद मैं २०११ में Jagiellonian University वापस आकर सभ्यताओं के तुलनात्मक अध्ययन के विभाग में काम करने लगी।
भाषाएँ
अंग्रेज़ी और हिंदी की कुशलता के लिए मैंने विश्वविद्यालय में तथा दूसरे संस्थानों में पढ़ती थी। २००८ में मैं अमरीका गयी थी, Polish-U.S. Fulbright Commission प्रोग्रम की छात्रा होकर। मैंने एक साल के दौरन University of Pennsylvania में पढ़ती थी, जहाँ मुझे बहुसंस्कृतिक, विद्यालय का वातावरण में काम करने का मौका मिला। तब से मुझे TOEFL अंग्रेज़ी में प्रवीणता का प्रमाणपत्र दिया गया।
भाषाओं की शिक्षा - विशेष रूप से अंग्रेज़ी, मेरा बड़ा शौक था, भारतीय संस्कृति और भाषाओं के सिवाय, इसलिए मैंने फैसला किया कि अधिक भाषा कौशल पाना, यानि International Legal English Certificate पाठ्यक्रम में भाग लेकर, २००७ में, और फिर २०१२ में मैं Chair for Translation Studies and Intercultural Communication of the Jagiellonian University में स्नातकोत्तर अध्ययन करने लगी, जहाँ विशेष भाषा के अनुवादकों के लिए, अंग्रेज़ि और पोलिश भाषाओं में विशेषज्ञ बन गयी।
प्रशिक्षण, वर्कशॉप
मेरी व्यवसायिक गतिविधियाँ, भाषाओं के सिवाय, संस्कृतिक शिक्षा के साथ भी संबन्धित हैं, इसलिए मैंने इसी क्षेत्र में अपने शिक्षण के कौशल विस्तार करने का फैसला किया। मैंने, दूसरों के बीच, ARS DOCENDI वर्कशॉप, जो Jagiellonian University के द्वारा २०१२ में आयोजित किया गया था, पूरा किया। इन सभी गतिविधियों के अंत में मैं कुछ अंतरसांस्कृतिक प्रशिक्षकों से मिली थी, जिनके कारण मैंने अंतरसांस्कृतिक संचार के क्षेत्र में प्रशिक्षण शुरू कर दिया। २०१६ में मुझे YOUNG SIETAR अंतरसांस्कृतिक वर्कशॉप में भाग लेने से बड़ी खुशी हुई। फिर, मैंने Train the Trainer प्रोग्राम Wszechnica UJ में, जून २०१६ में समाप्त किया।
अनुभव
मुझे हिंदी और भारतीय संस्कृति तथा कला पढ़ाते हुए कई वर्ष हो गये हैं। मैंने भी इस क्षेत्र की संस्कृति तथा कला के बारे में अनेक निबंध और किताबें िलख दिये हैं। मैं अंग्रेज़ी शैक्षिक लेखन में अनुभवी हूँ। व्यवसायिक गतिविधियों के कारण मैंने यूरोप, अमरीका और एशिया में बहुत-सी यात्राएँ की हैं। मैं भी टूर गाइड का काम किया (२००० से गाइड का लाइसेंस मेरे पास है), शुरू में बाल्कन के लिए यात्रा करते हुए, और फिर भारत के लिए भी। कई वर्षों से मैं एक शोधकार्य करती हूँ, इस सिलसिले में क्षेत्र कार्य के लिए भारत चली गयी हूँ।
मैं अपनी शिक्षा और अनुभव भारतीय संस्कृति में आधारित करके अंतरसांस्कृतिक संचार में प्रशिक्षण करती हूँ तथा मैं उन लोगों को, जो भारतीयों के साथ सहयोग करते हैं, परामर्श देती हूँ।
इसके अलावा मैं शैक्षिक लेखन का अनुवाद करती हूँ, ख़ासकर मानविकी, कानूनी और पर्यटन दस्तावेजों में। मैंने Institute of Nature Conservation PAS में, यूरोपीय प्रोजैक्ट में अनुवादक का काम किया था, इसके सिवाय Operational Programme Human Capital में मदद की थी। मैं भी भारतीय भाषाओं और संस्कृति में कई प्रकाशकों को परामर्श भी दिया करती थी।
सदस्यता
- २०१६ से Executive Committee of the European Association for South Asian Archaeology and Art
- २०१५ से SIETAR Poland, ट्रेनर्स समूह
- २०१२ से European Consortium for Asian Field Study
- २००७ से Polish Institute of World Art Studies (पहले Polish Society of Oriental Art), २०१४ से Kraków शाखा के उपाध्यक्ष के रूप में